माली समाज के लिए यह वेबसाइट एक समर्पित मंच है, जहां समाज के सदस्यों की जानकारी जैसे नाम, पता, शिक्षा, वैवाहिक स्थिति, व्यवसाय, संपर्क नंबर और ईमेल उपलब्ध होगी। इसका उद्देश्य समाज में पारस्परिक सहयोग और एकता को बढ़ावा देना है, जिससे हमारा समुदाय भेदभाव से मुक्त होकर देश की एकता और विकास में योगदान दे सके। इस मंच के माध्यम से दुनिया भर में फैले समाज के सदस्य आपस में संवाद स्थापित कर सकेंगे और उपयोगी जानकारी साझा कर सकेंगे।
कोई भी व्यक्ति अपनी जानकारी दर्ज कर सकता है और अन्य सदस्यों की जानकारी से लाभान्वित हो सकता है। हमारा प्रयास है कि समाज का हर व्यक्ति इस पहल का हिस्सा बने और पूरे समुदाय की प्रगति में सहयोग करे।
माली समाज परिश्रमी और कुशल कृषक रहा है, जिन्हें काश्तकारी यानी खेती में विशेष दक्षता प्राप्त है। वे हर प्रकार के अनाज, साग-सब्जी, फल-फूल और वृक्षों को उगाने और उन्हें संरक्षित करने की गहरी समझ रखते हैं, विशेष रूप से मारवाड़ जैसे क्षेत्र में। इसी कारण इन्हें "बागवान" भी कहा जाता है। बागवानी का कार्य मुख्य रूप से मालियों और मुस्लिम बागवानों द्वारा किया जाता है, जिसे अन्य कोई समुदाय इतनी कुशलता से नहीं जानता। अन्य किसानों की तुलना में माली अपनी भूमि को हर मौसम में हरा-भरा रखते हैं।उनके खेतों में सदैव पानी की नहरें बहती रहती हैं, जिससे वे प्रायः जल-संपन्न गांवों में निवास करते हैं। इसके विपरीत, थली (शुष्क और रेतीले क्षेत्रों) में इनकी संख्या अपेक्षाकृत कम पाई जाती है।